नेता प्रतिपक्ष बोले- कपटी 'चंद्रशेखर' पर दर्ज हो मुकदमा
बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा राम चरित मानस और मनु स्मृति को समाज को बांटने वाला बताया जाना नीतीश सरकार के लिए परेशानी का कारण बनती जा रही है। बता दे की जहां बिहार के शिक्षा मंत्री के खिलाफ धर्मगुरूओं ने मोर्चा खोल दिया है, वहीं दूसरी तरफ अब विपक्ष भी शिक्षा मंत्री के बयान पर आपत्ति जाहिर करते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर दी है। विस के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान बेहद ही आपत्तिजनक है,
NBC24 DESK - बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा राम चरित मानस और मनु स्मृति को समाज को बांटने वाला बताया जाना नीतीश सरकार के लिए परेशानी का कारण बनती जा रही है। बता दे की जहां बिहार के शिक्षा मंत्री के खिलाफ धर्मगुरूओं ने मोर्चा खोल दिया है, वहीं दूसरी तरफ अब विपक्ष भी शिक्षा मंत्री के बयान पर आपत्ति जाहिर करते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर दी है। विस के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान बेहद ही आपत्तिजनक है, ऐसे में कपटी मंत्री को बर्खास्त किया जाए, साथ ही शिक्षा मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जिस तरह का बयान बिहार के शिक्षा मंत्री ने दिया है वह उनकी विकृत मानसिकता को बताता है।
मुझे आश्चर्य है कि यह एक शिक्षा मंत्री की भाषा है। अपने बयान से उन्होंने न सिर्फ बिहार, बल्कि पूरी दुनिया के करोड़ों हिंदुओ की भावना को ठेस पहुंचाया है। विजय सिन्हा ने बताया कि धर्म निंदा, ईश्वर निंदा पर भारत में सजा का प्रावधान है। जिसमें एक साल से तीन साल की सजा की व्यवस्था है। हमारी मांग है कि शिक्षा मंत्री के खिलाफ आईपीसी की धारा 295-ए के तहत इन पर मुकदमा चलना चाहिए। इस दौरान विजय सिन्हा के कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से मेरी मांग है कि कैबिनेट से तत्काल शिक्षा मंत्री को बर्खास्त किया जाए। यदि नीतीश जी शिक्षा मंत्री के बयान से सहमत हैं तो वह इसे स्पष्ट करें।विजय सिन्हा ने कहा कि समाज में आपकी पहचान जाति से नहीं, बल्कि कर्म से होती है। रामचरित मानस को समझने के लिए सच्चे हृदय की जरुरत होती है, जिसे यह कपटी मंत्री नहीं समझते हैं। विजय सिन्हा ने सत्ता की लालच में जब भी क्षेत्रीय पार्टियां कमजोर पड़ती है तो जाति के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश शुरू कर दी जाती है।